साल 2022 में मध्य प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को लगेगा झटका, इतना रुपए तक बढ़ जाएगा बिजली बिल

मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियां 2022 में उपभोक्ताओं को एक जोरदार झटका देने की तैयारी में है. प्रदेश में बिजली कंपनियां घरेलू बिजली में 10% और खेती किसानी के लिए दी जाने वाली बिजली में साढे 10 प्रतिशत की वृद्धि करने वाली है. आप भी अगर चाहते हैं कि बिजली कंपनियां मनमानी ना करें और आप पर जबरदस्ती बढ़ा हुआ बिजली बिल ना थोपे तो आपको 21 जनवरी तक बड़ी संख्या में नियामक आयोग के सामने दावे-आपत्तियां पेश करना होगा.
मध्यप्रदेश राज्य नियामक आयोग के द्वारा 8 फरवरी से लेकर 10 फरवरी के बीच दावे आपत्तियों पर जनसुनवाई आयोजित की जाएगी. अगर लोगों द्वारा दिया गया तर्क सही निकला तो बिजली कंपनियां अपनी मनमानी नहीं कर पाएगी और बढ़ा हुआ बिजली बिल लागू नहीं होगा. आपको बता दें कि घरेलू और खेती किसानी पर बिजली बिल की दरें बढ़ाकर बिजली कंपनियां 3000 करोड़ रुपए इकट्ठा करने का लक्ष्य रखी है.
मध्य प्रदेश के 3 बिजली कंपनियों ने तृतीय वर्ष 2022 -23 के लिए 48 हजार 874 करोड़ रुपए की जरूरत बताई है.
इस साल तीनों कंपनियों ने 68964 मिलियन यूनिट बिजली बेचने का अनुमान लगाया है. कंपनियों के द्वारा दावा किया गया है कि अगर अभी जो बिजली की दरें लागू हैं उस दर से कंपनियां बिजली बेचती है तो उन्हें 44 हजार 957 करोड़ रुपए ही मिल पाएंगे. तीनों बिजली कंपनियों ने 3000 करोड़ रुपए की भरपाई के लिए एक आसान सा तरीका निकाला है. बिजली कंपनिया औसत दरों में 8.71% का बढ़ोतरी करने वाली है.
मध्यप्रदेश के आम लोगों पर इस तरह से बढ़ जाएगा बोझ –
0 से 30 यूनिट-
पहले-3.25 रुपए/ यूनिट
अब-3.57 रुपए /यूनिट
0 से 50 यूनिट-
पहले-4.13 रुपए /यूनिट
अब-4.54 रुपए/ यूनिट
51 से 150 यूनिट-
पहले-5.05 रुपए /यूनिट
अब-5.55 रुपए /यूनिट
151 से 300 यूनिट-
पहले-6.45 रुपए/यूनिट
अब-7.09 रुपए /यूनिट
300 यूनिट से अधिक-
पहले-6.65 रुपए / यूनिट
अब-7.31 रुपए /यूनिट
किसानों पर बिजली कंपनीयों ने बढा़या बोझ-
300 यूनिट तक-
पहले-4.69 रुपए /यूनिट
अब-5.19 रुपए / यूनिट
301 से 750 यूनिट-
पहले-5.72 रुपए / यूनिट
अब-6.33 रुपए / यूनिट
750 यूनिट तक
पहले-6.00 रुपए /यूनिट
अब-6.64 रुपए /यूनिट
25 एचपी तक-
पहले-5.30 रुपए / यूनिट
अब-5.86 रुपए /यूनिट
ई-वीकल और रेलवे की दरों में नहीं होगा कोई बदलाव-
आपको बता दें कि बिजली कंपनियों के द्वारा रेलवे को भेजी जाने वाली बिजली की दरों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी. इसके साथ ही साथ ही वीकली चार्जिंग स्टेशन और व्यवसाई की ई चार्जिंग स्टेशन की दरों में भी किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. कंपनी ऐसा चाह रही है कि रेलवे उनसे और ज्यादा मात्रा में बिजली खरीदें. आपको बता दें कि अगर बिजली कंपनियां बिजली बिल के दर में बढ़ोतरी करती है तो आम जनता के ऊपर इसका बहुत ही बुरा प्रभाव होगा. एक बार फिर से प्रदेश में बिजली बिल बढ़ जाएगी.