ऐसे ही नहीं कोई बन सकता,अमरदीप कापसे जैसा बैंक अधिकारी

सरकारी बैंक अधिकारियों के रूखे व्यवहार से उलट है अमरदीप की ग्राहकों से डीलिंग
बैंतूल। यदि किसी भी बैंक के अधिकारी के व्यवहार की बात की जाये तो कोई भी ग्राहक संतुष्ट नजर नहीं आता हैं बल्कि अधिकांश लोग बैंक अधिकारियों के रूखे व्यवहार से असंतुष्ट होकर उन्हें कोसते नजर आते हैं। लेकिन बैंक अधिकारियों में एक बैंक अधिकारी भी ऐसा है जो इन परम्पराओं से अलग हट कर अपने ग्राहकों को ऐसी सेवा देता है, जिसकी सेवाभावना से ग्राहक उसके मुरीद हो जाते हैं। ऐसे अधिकारी का पूरे जनपद में ग्राहकों के बीच नाम है। बैंक का उपभोक्ता जो भी इस अधिकारी से मिला उसके जुबान पर सिर्फ एक ही नाम है वो नाम है अमरदीप कापसे ।
अधिकांश बैंक अधिकारी होते हैं ईगोइस्ट
अमरदीप कापसे के बारे में बताया जाये तो वो ऐसे बैंक अधिकारी हैं जो अपने पास किसी भी ग्राहक को असंतुष्ट होने का मौका नहीं देते हैं। श्री कापसे अपने स्तर पर ग्राहकों की इतनी मदद करते हैं कि वो ग्राहक अगली बार उन्हें खोजता हुआ आता है। इसका प्रमुख कारण यह माना जाता है कि ग्राहकों को अमरदीप कापसे पूरा भरोसा रहता है। वो जितना कहते हैं उतना करते हैं। वो ग्राहकों की परेशानी को अच्छी तरह से समझते हैं।
कौन हैं अमरदीप कापसे
अब सवाल उठता है कि अमरदीप कापसे कौन हैं, किस बैंक की किस ब्रांच में किस पद पर हैं? तो जानिये अमरजीत काप्से बैतूल जनपद के प्रभात पट्टन की स्टेट बैंक आफ इंडिया ब्रांच में कस्टमर असिस्टेंट पद पर 2017 से कार्यरत हैं। जानकार लोगों का कहना है कि श्री कापसे जब से इस ब्रांच में आये हैं, तब से यहां के ग्राहकों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। बैंक की आमदनी का स्रोत तेजी से बढ़ा है।
क्यों मुरीद हो जाते हैं कस्टमर
कई ऐसे बैंक के ग्राहक हैं जिन्होंने कई बैंकों में अपना खाता खुलवाया और बैंक संबंधी कामकाज करवाये हैं। उन्होंने अपना अनुभव ‘बैतूल क्राइम’ से साझा करते हुए बताया कि अमरदीप कापसे जैसा बैँक अधिकारी होना बहुत मुश्किल है। उनका कहना है कि अमरदीप कापसे में बहुत सी खूबियां हैं और सबसे बड़ी खूबी यह है कि वो सभी ग्राहकों की समस्या को समझ कर हर तरह से मदद करते हैं। उनकी इतनी खूबियों को लेकर कई ग्राहकों का कहना है कि ‘कोई भी ऐसे ही नहीं बन सकता अमरजीत काप्से जैसा बैंक अधिकारी।’
क्या कहते हैं बैंक के ग्राहक
मंगेश झोलयकर का कहना है, ‘मैं जब प्रभात पट्टन की एसबीआई में अपने काम से आया था तो पहली मुलाकात में ही अमरदीप कापसे से प्रभावित हो गया था और जब उनसे और मुलाकातें हुर्इं तो लगा कि अमरदीप जैसा बैंक अधिकारी कोई नहीं है। ’
इसी तरह किशोर पावने का कहना है कि अमरदीप काप्से जैसा बैंक अधिकारी का मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है, क्योंकि वे बैंक के कस्टमर को इस तरह से डील करते हैं, जैसे वो उनके परिवार का कोई खास सदस्य हो। वो कस्टमर के हित की सारी बात उसे बताते हें और उसके हित का विशेष ध्यान रखते हैं।
निलेश शिंदे ने बताया, ‘अमरदीप काप्से केवल प्रभात पट्टन में लोकप्रिय नहीं हैं बल्कि जनपद के प्रत्येक गांव कस्बे के कस्टमर उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं और जब भी कोई किसी को परेशानी होती है तो वे बैंक अधिकारी को अमरदीप काप्से जैसा बनने को कहते हैं। ’